चीनी है भीनी है खुशबू तेरी है मैं महक
रही हूं खट्टी है मीठी है बोलियां तेरी है
मैं चहक रही हूं तू चाहत पुरानी शरारत
नहीं है यकी तो दिला दे तू है या नहीं है
आए हाय जुबा भी फिसलने लगी हुई हुई मैं तो
हुई शायद राना हुई हुई हुई मैं तो हुई श
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